Friday, April 29, 2011

क्रिकेट को छोड़ अन्य खेल संघों की हालत जर्जर.-बीसीसीआई के अध्यक्ष शशांक मनोहर ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ मुलाकात कर आर्थिक मदद की पेशकश की है।

क्रिकेट को छोड़ अन्य खेल संघों की हालत जर्जर.


(GREAT ACTION.EVEN I BELIEVE BCCI AND DIFFERENT SPORTS AUTHORITIES,ASSOCIATIONS,FEDRATIONS NEED TO MAKE A CONSORTIUM UNDER GOVERNMENT AUTHORITY AND SUPERVISION AND WORK TOGETHER.BCCI NEED TO HAVE UPPERHAND BECAUSE OF THEIR STATUS TODAY.GOOD WISHES......VIBHA TAILANG)
देश में अन्य खेलों की दुर्दशा पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड अब विचार करने लगा है। बीसीसीआई के अध्यक्ष शशांक मनोहर ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ मुलाकात कर आर्थिक मदद की पेशकश की है।

देश में क्रिकेट को छोड़कर अन्य खेल संघों की हालत जर्जर है। हॉकी से लेकर कुश्ती तक के खिलाड़ी सुविधाओं के अभाव में ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाते हैं। इसी को देखते हुए बीसीसीआई ने मनमोहन सिंह से अन्य खेल संघों में हस्तक्षेप करने का सुझाव दिया है। मनोहर का मानना है कि यदि मनमोहन सिंह जी नियमों पर नजर रखेंगे तो बीसीसीआई द्वारा दी गई आर्थिक मदद का उपयोग सही ढंग से हो सकेगा।

बीसीसीआई अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर उन्हें बोर्ड की प्रजातांत्रिक प्रणाली के बारे में बताया। मनोहर ने कहा कि अन्य खेल संघ का कामकाज किसी एक या दो व्यक्ति के इर्दगिर्द घूमता है। यदि वहां का तंत्र सुधारा जाएगा तो खेल का विकास होना तय हो जाएगा। बीसीसीआई अध्यक्ष मनोहर, सचिव एन श्रीनिवासन, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और आईपीएल के सीईओ सुंदर रमन इस प्रधानमंत्री के साथ हुई इस बैठक में मौजूद थे। बोर्ड ने प्रधानमंत्री को वर्ल्डकप सेमीफाइनल देखने आने का धन्यवाद दिया है।


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