Global Bihar Summit 2012
बिहार के प्रति अब आशा का भाव : नीतीश
पटना (एसएनबी)। बिहार के प्रति पहले लोगों में निराशा का भाव था। अब आशा का भाव आ गया है। बिहार के विकास से बहुत लोग संतुष्ट हैं किन्तु मैं संतुष्ट नहीं हूं। बिहार के आगे बढ़ने का सिलसिला चल पड़ा है और वह रूकने वाला नहीं है। बिहार के बारे में लोग जानना चाहते हैं। यहां जो हो रहा है उस पर लोगों की नजर है। पटना में 17 से 19 फरवरी को हो रहे ग्लोबल मीट में लोगों को बहुत कुछ देखने एवं समझने का मौका मिलेगा। ग्लोबल मीट का मतलब निवेश से नहीं है। इसमें तो केवल विमर्श एवं विकास की चर्चा होगी। ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहीं। प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के उम्र को लेकर हो रही चर्चा से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी तो ठीक ठाक दिखते हैं। राजनीति में उम्र नहीं, इच्छा शक्ति महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि इसी तरह का एक सम्मेलन पांच वर्ष पहले आयोजित हुआ था जिससे अच्छा वातावरण बना था। जो लोग बिहार की प्रगति चाहते हैं, वे अपने विचारों को इस सम्मेलन में रखेंगे। विकास के लिये तमाम लोगों के सुझाव सुने जायेंगे, पैनल डिस्कशन होगा। इस ग्लोबल मीट का उद्घाटन उनके निमंतण्रपर नेपाल के प्रधानमंत्री बाबू राम भट्टराय करेंगे। समापन के लिये भूटान के नरेश को आमंत्रित किया गया था। उन्होंने आने में असमर्थता व्यक्त की है। इस मीट में देश एवं वि के जाने-माने समाजशास्त्री, शिक्षाविद्, वैज्ञानिक एवं उद्यमी आयेंगे। इस अवसर पर लोगों को बिहार के बारे में बहुत कुछ जानने का मौका मिलेगा।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment